Sunday, May 19, 2024

श्री योग अभ्यास आश्रम ट्रस्ट 133 वर्षों पुरानी योग संस्था है जो कि योग और आध्यात्म के माध्यम से लोगों को निःशुल्क योग सिखा कर उन्हें रोगी से निरोगी कर रही है। इस संस्था के आधार गुरुओं के गुरु योगेश्वर रामलाल जी भगवान (प्रथम गुरु गद्दी), योगेश्वर मुलखराज जी महाराज (द्वितीय गुरु गद्दी), योगेश्वर देवीदयाल जी महाराज (तृतीय गुरु गद्दी), योगेश्वर सुरेन्द्र देव जी महाराज (चतुर्थ गुरु गद्दी) जिन्होंने महाप्रभु जी की योग की शक्ति से लोगों को जीवन दान और जीने का तरीका सिखाया और लोगों को रोगों से मुक्त कराया।

पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है भारत में कोरोना तेजी से इसलिए बढ़ रहा है कि लोगों के अन्दर रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) की कमी है जो कि योग के माध्यम और खान-पान से पूरी हो सकती है। योग हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है, योग को आप अपने जीवन का साथी समझिए क्योंकि ये जीवन में आपके शरीर को स्वास्थ और धैर्य को बरकरार रखता हैं, योग हमेशा आपका साथ देगा। यही दूसरी लहर के चलते अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर बहुत ज्यादा जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में जो लोग कोरोना से रिकवर हो रहे हैं उन्हें योग करने की सलाह दी जा रही है। क्योंकि योग ही एकमात्र साधन है जो आपको कोरोना वैश्विक महामारी से बचाने के लिए लाभ भद्र है।

कोरोना की टेंशन को दूर कर सकता है योग। योग करने से शरीर चुस्त ,फेफड़े मजबूत और मानसिक तनाव भी कम रहता है किसी भी वायरस का संक्रमण अगर हमारे फेफड़ों में पहुँच जाता है तो उसे दूर करने के लिए प्राणायाम करना चाहिए। यह हमारे शरीर में आॅक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए बहुत लाभदायक है। प्राणायाम के लिए सबसे पहले पद्मासन लगाकर बैठ जाए और दोनों हाथों को ध्यान मुद्रा में पैरों के ऊपर रखें। शुरू-शुरू में धीरे धीरे सांस लें और फिर बलपूर्वक सांस को बाहर छोड़ें। बाद में बलपूर्वक सांस लें और बलपूर्वक सांस छोड़ें। इस क्रिया को 15 मिनट तक करें। इससे शरीर को प्राणवायु अधिक मात्रा में मिलती है और कार्बन-डाई-आक्साइड शरीर से बाहर निकलती है।
प्राणायाम से शरीर के अंगों का रक्त संचार भी अच्छे से होता है।

कोरोना विभीषिका बिमारी को ध्यान में रखकर श्री योग अभ्यास आश्रम ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश चंद गोयल जी महासचिव राजीव खोसला जी और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोज कपूर जी ने सर्वसम्मति से अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के योग मे उच्च शिक्षा प्राप्त योग शिक्षको के माध्यम से लोगों को कोरोना से बचाने के लिए प्रण लिया है जिससे निःशुल्क ही लोग रोगों से मुक्त हो सके और कोरोना से बचे रहें।
इसलिए अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ ने श्री योग अभ्यास आश्रम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में संकल्पित 21 जून योग दिवस पर 21 लाख बाल-बालिकाओं को योगाभ्यास के तहत आज संस्थाओं के अनुभव योग शिक्षकांे द्वारा वर्चुअल कक्षाओं के माध्यम से सेहत की नेमत बाँटते हुए सराहनीय सन्देश दिया।

कोरोना की दूसरी लहर की विभीषिका के बाद तीसरी लहर से आशंकित स्वास्थ्य जानकारों ने अगली सम्भावित कोरोना की लहर बच्चों के लिए प्रभावशील बताई थी। इधर रूप बदल-बदल कर आफत में डालने वाले कोविड 19 संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, लाॅकडाउन, घरवास आदि एहतियात जरूरी हो गये। फलस्वरूप संक्रमण चैन पर तो बेशक फर्क पड़ा लेकिन साथ ही साथ मानव शरीर पर भी प्रभाव पड़ने लगा।

वर्तमान हालातों को देखते हुए प्रधान योगाचार्य श्री स्वामी अमित देव जी के सानिध्य में श्री योग अभ्यास आश्रम ट्रस्ट के राष्ट्रीय विशेष सचिव(PrCB) एवं अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगाचार्य श्री मंगेश त्रिवेदी जी ने आधुनिक विज्ञान को वरदान बनाते हुए डिजिटली तौर पर देश को फिट रखने की ठानी। महाप्रभु जी के शुभ आर्शीवाद से गुरूदेव को आत्मसात करते हुए अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के योग मे उच्च शिक्षा प्राप्त योग शिक्षकों ने श्री योग अभ्यास आश्रम ट्रस्ट के सक्रिय सहयोग से मई माह के अंत मे मासिक वर्चुअल योग कक्षाओं के माध्यम से देशवासियों को योग के लिए प्रेरित व जागरूक करना शुरू किया। देश के व्यापक प्रसार से देश के लगभग 26 राज्यो के संस्थाओं के लगभग 3000 से ज्यादा अनुभवी व प्रशिक्षित योग शिक्षक-शिक्षिकाओं ने लाखों लोगों को योगाभ्यास करवाकर योग के क्षेत्र में रुचि पैदा की। इस योग अभियान में धीरे-धीरे तमाम समाजसेवी, बुद्धिजीवी, संस्थाएँ, समूह आदि खुले मन से आगे आयें। मालूम हुआ कि अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ ने योग के माध्यम से बच्चों को संक्रमण से सुरक्षित व शारीरिक विकास के उद्देश्य से संयुक्त रूप से इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 21 लाख बच्चों को वर्चुअल कक्षाओं से जोड़कर योगाभ्यास करवाने का संकल्प लिया था। जिसकी तैयारी इन मासिक वर्चुअल योग कक्षाओं के साथ-साथ चल रही थी। इस अभियान की राष्ट्रीय प्रभारी राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बहुमुखी प्रतिभा की धनी,मोनिका शर्मा बनाया गया था , जिन्होंने महासंघ की पूरी राष्ट्रीय कार्यकारिणी, उपाध्यक्ष श्री रणविजय कौरव जी – मध्य प्रदेश श्री राजेश ठक्कर जी- गोवा, श्री राहुल सेन जी – मध्य प्रदेश ,श्री गंगा प्रसाद खरात जी – महाराष्ट्र ,श्री नीलेश वानखेड़े जी- महाराष्ट्र ,श्रीमती उषा दुबे जी – गुजरात, महासचिव श्री आशीष अवस्थी जी – उत्तर प्रदेश ,सचिव श्री आर्य प्रह्लाद भगत जी – झारखंड, श्री जयदीप नारन प्रसाद केलैया ब्रह्मभट्ट जी – गुजरात, श्री अल्पेश सिंधव जी – गुजरात, श्री राहुल बी. येवला जी – महाराष्ट्र ,संयुक्त सचिव श्री नवजीवन विश्वकर्मा जी – तेलंगाना ,श्री सौरभ चौधरी जी -उत्तर प्रदेश ,श्री मनोज नाईक जी – महाराष्ट्र, डॉक्टर माधुरी परमार जी – महाराष्ट्र ,श्री खोगेश साहू जी – छत्तीसगढ़, श्री शैलेंद्र कुमार गिरी जी – बिहार, श्री नीलांचल जी – झारखंड ,श्री हेमंत जी तिवारी जी – मध्य प्रदेश ,श्री अनिल चंद्राकर जी – छत्तीसगढ़ , श्री एस. के. बर्नवाल जी – कर्नाटक, श्री गौतम दास जी – असम को साथ लेकर अपने दायित्व का सफल निर्वाह करते हुए योग शिक्षकों, मीडिया, योगियों, डिजिटल, सोशल मीडिया आदि के मध्य बेहतरीन तालमेल की अद्भुत मिसाल पेश की। योग दिवस पर आज महासंकल्पित वर्चुअल योग कक्षा की शुरुआत फेसबुक के माध्यम से संस्था की योगशिक्षिका श्रीमति सोनाली जी सरकार द्वारा प्रभात बेला में सुबह 6 बजे योगाभ्यास करवा कर की गई। इसके बाद क्रमशः श्री शिखर अग्रवाल जी, श्रीमति सुष्मिता जी, श्री उज्ज्वल सुरजे जी, श्रीमति प्रज्ञा गुप्ता जी, श्री सुशील जी, श्री रामेश्वर जी, श्रीमति रूपी जी, श्री कुशल जी, श्रीमति अंजली शुक्ला जी आदि ने योग कक्षाओं में उपस्थित होकर अपने अनुभव व योग शिक्षा से सेहत का खजाना बाँटा। इस विशाल वर्चुअल योगा कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमति प्रज्ञा गुप्ता जी के शंखनाद व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। जिसके बाद योगाचार्य श्री मंगेश त्रिवेदी जी ने वर्चुअल योग शिविर में भाग लेने वाले सभी योग प्रेमियों के स्वागत के साथ शुभकामना का सन्देश दिया।

योगाचार्य श्री मंगेश त्रिवेदी जी ने बदलते परिवेश में उत्तम स्वास्थ्य के लिए नियमित अपने जीवन मे उतारने को हितकारी बताया। वर्चुअल कार्यक्रम के मुख्यातिथि कारगिल युद्ध के महानायक मेजर श्री दीपचंद जी रहे। मेजर श्री दीपचंद जी कारगिल युद्ध में विजयपथ पर आगे बढ़ते हुए अपने दोनों पैर व एक हाथ की कुर्बानी दे चुके हैं।

वर्तमान प्रधान योगाचार्य एवं पंचम गुरु गद्दी स्वामी अमित देव जी ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से नाक में घी एवं षट्कर्मों के कुछ साधनों द्वारा निजात पाया जा सकता है।

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